पहाड़िया बच्चों ने चित्र बनाकर दिया संदेश -जंगल बचाओ, जंगल बढ़ाओ
–पहाड़िया बच्चों ने दिखाई अद्भुत चित्रकला की झलक,
बाबू धन मुर्मू ने बच्चों को किया सम्मानित, शिक्षण सामग्री बांटे,
कौशल्या ज्योति की ओर से पाकुड़ जिले के बोनपोखरिया पहाड़िया मिशन में हुआ समारोह का आयोजन
एसडीओ साइमन मरांडी बोले-पहाड़िया समाज में। जगरूकता जरूरी
Bharat varta desk
गांधी जयंती के मौके पर आज पाकुड़ जिले के हिरणपुर प्रखंड के बोनपोखरिया पहाड़िया मिशन में छोटे-छोटे पहाड़ियां बच्चों ने अपनी अद्भुत चित्रकला प्रतिभा की झलक पेश की। और जंगल बचाओ- जंगल बढ़ाओ का संदेश दिया। चित्रकला प्रतियोगिता और शिक्षा व स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कौशल्या ज्योति न्यास की ओर से किया गया था जिसमें मुख्य अतिथि पाकुड़ के अनुमंडाधिकारी साइमन मरांडी और विशिष्ट अतिथि पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष व समाजसेवी बाबू धन मुर्मू थे।
पहाड़िया समाज की सेवा के लिए हम सदैव तत्पर -बाबू धन
इस मौके पर बाबू धन मुर्मू ने प्रतिभाशाली बच्चों को कॉपी, किताब, पेंसिल, कलम, और दैनिक जीवन में काम आने वाले मंजन, चप्पल समेत कई सामान वितरित किए। चित्रकारी प्रतियोगिता में 100 से अधिक बच्चों ने भाग लिया।
इस मौके पर बाबू धन मुर्मू ने कहा कि आदम पहाड़िया जनजाति के बच्चों में प्रतिभाएं छिपी रहती हैं जरूरत है उन प्रतिभाओं को उजागर करने की। उन्होंने कहा कि वे; पहाड़िया जनजाति के लोगों को हर संभव मदद करने को तत्पर रहते हैं।
इस मौके पर अनुमंडल अधिकारी ने कहा कि पहाड़िया समाज में जागरूकता की बेहद जरूरत है। सरकार की कई योजनाएं चल रहीं हैं जिसका लाभ लेने के लिए उन्हें तत्पर होना होगा। सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाली कौशल्या ज्योति जैसी संस्थाएं कमजोर और वंचित समाज के लिए कुछ करती है तो यह दूसरों को प्रेरणा देने वाली बात होती है।
संस्था के अध्यक्ष डॉ सुरेंद्र ने कहा कि पहाड़िया समाज के बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उनकी संस्था करीब ढाई दशक से काम कर रही है। डॉ सुरेंद्र ने कहा कि ऐसे सुदूरवर्ती इलाके में मिशन और फादर सुलेमान जनजाति समाज के बच्चों के बीच शिक्षा अलख जगाने का काम कर रहे हैं यह दूसरों को प्रेरित करने वाला है। आज बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण का सदेश अपने चरित्र के माध्यम से समाज को दिया है। संस्थाओं और समाज के लोगों को इससे प्रेरित होकर पर्यावरण बचाने के लिए कुछ करना चाहिए।