आगमानंद महाराज बोले-पर्यावरण संरक्षण के साथ आध्यात्मिक ऊर्जा पैदा करते पंचवटी के पौधे, प्रधान जिला जज आवासीय परिसर में हुई पंचवटी की स्थापना

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Bharat Varta Desk: शिव शक्ति योगपीठ, नवगछिया के संस्थापक परमहंस आगमानंद जी महाराज की पावन उपस्थिति में गुरुवार को साहिबगंज के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के आवास परिसर में पंचवटी की स्थापना की गई। इस मौके पर आगमानंद जी और प्रधान जिला जज बंशीधर तिवारी ने पीपल, बट, अशोक, आंवला और बेल के पौधे लगाए। इस मौके पर आगमानंद जी ने कहा कि पंचवटी की स्थापना जीवन बचाने का अभियान है। पंचवटी के पौधे न केवल पर्यावरण संरक्षण करते हैं बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा भी पैदा करते हैं। जहां यह पौधे रहते हैं उसके आसपास सकारात्मक ऊर्जा का माहौल रहता है। भगवान राम ने सीता और लक्ष्मण के साथ वनवास के 14 साल पंचवटी में काटे थे। पंचवटी के पौधों के कारण वे लोग निरोग रहे और उन पौधों से ऐसी ऊर्जा का संचार हुआ कि उन्होंने राक्षसों का नाश किया। आगमानंद जी ने कहा कि पंचवटी के पौधों पर देश के वैज्ञानिक संस्थानों में शोध किया तो उनके अनेकों गुणों को विद्यमान पाया। आध्यात्मिक संत ने इस बात पर जोर दिया कि पर्यावरण बचाने के लिए पंचवटी के पौधों को लगाने का अभियान चलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि किसी जिला जज का पंचवटी से प्रेम उनके संस्कार और संवेदनशीलता को दर्शाता है। ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले जिला न्यायालय के परिसर में पंचवटी के पौधे लगाए गए थे।

पर्यावरण बचाना हर व्यक्ति का जिम्मा: बी डी तिवारी
इस मौके पर प्रधान जिला जज बंशीधर तिवारी ने कहा कि आज दुनिया पर्यावरण संकट से गुजर रही है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होना हर व्यक्ति का दायित्व है। पेड़ पौधों में न केवल औषधीय गुण होते हैं बल्कि उनमें सकारात्मक सोच और सकारात्मक ऊर्जा को पैदा करने की क्षमता होती है। उन्होंने आगमानंद जी महाराज को अंग वस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस मौके पर साहिबगंज जिला विधिक संघ के अध्यक्ष प्रेम नाथ तिवारी, कौशल्या ज्योति और रोटरी क्लब के अध्यक्ष डॉ सुरेंद्र नाथ तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता गौरव दुबे भी मौजूद रहे।

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