विनोबा समन्वय आश्रम, बोधगया के संचालक द्वारिको सुंदरानी जी का निधन
गया : विनोबा समन्वय आश्रम, बोधगया के संचालक द्वारिको सुंदरानी जी का पटना के एक अस्पताल में निधन हो गया है। वे काफी दिनों से बीमार चल रहे हैं। वे लगभग 99 वर्ष के थे। उन्होंने बोधगया के वासियों के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। वे समन्वय आश्रम ट्रस्ट के संचालन में वर्ष 1954 से करने में जुटे थे। भूदान में विनोबा जी को बोधगया व इसके आसपास पांच हजार एकड़ जमीन मिली। इन जमीनों को तीन हजार लोगों में वितरित कर उनपर पर 13 गांव बसाए गए। विनोबा के शिष्य द्वारिको सुंदरानी 20 सितंबर 1947 से पवनार आश्रम से ही उनसे जुड़े व साथ रहे। उनके भूदान आंदोलन के दौरान भी साथ रहे थे। वे विनोबाजी द्वारा बोधगया में स्थापित समन्वय आश्रम के संचालक हैं। ट्रस्ट के माध्यम से अब तक लगभग 8 लाख लोगों के आंख के मोतियाबिंद का मुफ्त ऑपरेशन हुआ है। विनोबा भावे के नाम पर संस्थानों को बनाने में भी उनका अहम योगदान रहा है द्वारिको सुंदरानी जी बुद्ध टेंपल मैनेजमेंट कमेटी के सचिव भी रह चुके हैं। उन्हें कई प्रतिष्ठित अवार्ड से नवाजा गया है। जमुनालाल बजाज, अटल बिहारी वाजपेयी के द्वारा भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। वे दलाई लामा के भी काफी करीबी माने जाते थे। इनके द्वारा विभिन्न गांव में स्कूल खोलकर शिक्षा देने में अहम योगदान दिया गया। वे मुख्य रूप से मुसहर, महादलितओं को शिक्षित करने के मुहिम में लगे रहे। और गांधी बिनोवा विचारधारा को बढ़ाने में इनका अहम योगदान रहा है।