बिहार में बढ़ गई राजनीतिक हलचल, डिप्टी सीएम से मिले दो विधायक, सीएम से मिले माझी
पटना संवाददाता: दिल्ली में भाजपा की हाई लेवल बैठक के साथ बिहार में सियासी हलचल बढ़ गई है.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कल पूर्व मुख्यमंत्री और हम के नेता जीतन राम मिले थे तो आज उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता राजकिशोर प्रसाद से राजद के दो विधायक मिलने पहुंचे. नेताओं के मिलने जुलने से सियासी अटकलें तेज हो गई हैं.
चंद्रशेखर और विभा ने सबको चौंकाया
हालांकि उप मुख्यमंत्री के जनता दरबार में मिलने गए विधायकों ने कहा कि वह उपमुख्यमंत्री से मिलने आए थे.इसका सियासी मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए. डिप्टी सीएम से मिलने के लिए कोसी क्षेत्र के राजद विधायक चंद्रशेखर और नवादा की विधायक विभा देवी पहुंची थी . विभा बाहुबली राजबल्लभ यादव की पत्नी है.राजबल्लव पूर्व में विधायक रह चुके हैं.दोनों राजद विधायकों का उपमुख्यमंत्री से मिलना राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है.
दामाद को एमएलसी बनाने के लिए सीएम से मिले माझी
वहीं दूसरी ओर कल जीतन राम मांझी का मुख्यमंत्री से मिलने को मंत्रिमंडल विस्तार और विधान परिषद सदस्यों के मनोनयन से जोड़कर देखा जा रहा है.बताया जा रहा है कि जीतनराम अपने दामाद को विधान पार्षद बनाना चाहते हैं . राज्यपाल कोटे से 12 विधान परिषद सदस्यों का मनोनयन होना है .हालांकि मशीनें ने कहा कि कोरोना से ठीक होने के बाद वे मुख्यमंत्री से शिष्टाचार भेंट में गए थे.
उपेंद्र कुशवाहा की चर्चा
इसके पूर्व रालोसपा के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा भी मुख्यमंत्री से मिल चुके हैं.उनके मिलने के बाद यह अटकल लगाई जा रही है कि वे जदयू में शामिल होंगे.हालांकि आज उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि उनकी पार्टी जदयू में शामिल नहीं होगी.
भाजपा की बैठक के बाद मंत्रिमंडल विस्तार संभव
उधर दिल्ली में भी भाजपा की हाई लेवल बैठक के बाद कहा जा रहा है कि अब बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार का रास्ता प्रशस्त हो गया है.इसके साथ विधान परिषद सदस्यों के मनोनयन का काम भी जल्द होगा.बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार के लिए ही कल भारत के गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर बिहार के भाजपा नेताओं की बैठक हुई जिसमें उप मुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह शामिल हुए थे .यहां बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कह चुके हैं कि भाजपा की ओर से पहल नहीं होने के कारण अब तक मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो पाया है . इस संदर्भ में कल दिल्ली में हुई भाजपा की बैठक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है. अब यह संभावना जताई जा रही है कि भाजपा अपने मंत्रियों की सूची मुख्यमंत्री को सौंप देगी . इसके साथ मंत्रिमंडल का विस्तार संभव हो जाएगा.