बिहार को लेकर पटना से दिल्ली तक सियासी हलचल तेज, जदयू की बैठक 29 को, सम्राट चौधरी भी दिल्ली में
Bharat Varta Desk : देश लोकसभा चुनाव की दिशा में बड़ी तेजी से आगे बढ़ रहा है. वहीं 3 दिसंबर को पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ ही देश की राजनीतिक पार्टियां दिल्ली की गद्दी के लिए जंग शुरू कर देंगी, लेकिन इन सबके बीच बिहार की सियासत किस करवट बैठेगी इस पर हर किसी की नजर होगी. बता दें कि दिल्ली में 29 दिसंबर को जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी व राष्ट्रीय परिषद की बैठक होने जा रही. 29 दिसंबर की तारीख बिहार की राजनीति में कुछ बड़ा होने के लिहाज से महत्वपूर्ण तारीख हो सकती है. वैसे, इसका सबसे ज्यादा महत्व पार्टी के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के लिए है. चर्चा है कि उनको राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटाया जा सकता है. यह भी चर्चा है कि ललन सिंह अध्यक्ष पद छोड़ने के मूड में नहीं हैं. लेकिन नीतीश कुमार उन्हें अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लिए मनाने में लगे हैं. अटकलें यह भी लगाई जा रही है कि जदयू के राष्ट्रीय परिषद बैठक में सबसे बड़ा फैसला महागठबंधन से अलग होकर एनडीए में जाने का हो सकता है.
राजनीतिक उथल-पुथल की अटकलों के बीच रविवार देर शाम बिहार भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी अचानक दिल्ली पहुंचे हैं. कहा जा रहा कि भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन्हें विशेष रूप से बुलाया है. हालांकि, सोमवार की सुबह वे पटना पहुंच गए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी मंत्री संजय झा भी इनदिनों दिल्ली में ही ज्यादा प्रवास कर रहे हैं.
अब देखना होगा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 29 दिसंबर की बैठक में अपने नेताओं को टिप्स देने के साथ भावी रणनीति पर क्या फैसला लेते हैं? नीतीश कुमार के भाजपा के साथ जाने की अटकलें क्यों लग रही हैं और इनमें कितनी सच्चाई है, इसके पीछे क्या रणनीति है? अब यह तो वक्त ही बताएगा.