बहादुर बच्चों से प्रधानमंत्री ने किया संवाद, कहा आपका जीवन प्रेरित करने वाला
न्यूज़ एन लाइव सेंट्रल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार पाने वाले देश के 32 प्रतिभाशाली बच्चों से ऑनलाइन संवाद किया. उन्होंने बच्चों की प्रतिभा की तारीफ की और कहा कि आपका जीवन दूसरों को प्रेरित करने वाला है. यहां बता दें कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार शैक्षणिक, खेल, कला, संस्कृति, सामाजिक सेवा और बहादुरी के क्षेत्रों में असाधारण क्षमताओं के लिए दिया जाता है. पुरस्कार पाने वाले बच्चों में दरभंगा की ज्योति भी शामिल है जो कोरोना काल में अपने पिता को साइकिल पर बिठाकर मुंबई से दरभंगा पहुंची थी.
झारखंड की बेटी से पूछा आपको खेल की प्रेरणा कहां से: प्रधानमंत्री ने झारखंड की बेटी सविता कुमारी से पूछा कि आपको खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने का विचार कहां से आया ? इस पर सविता ने कहा कि वह कस्तूरबा स्कूल में पढ़ती थी. इस दौरान उसे प्रेरणा मिली की देश के लिए ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है. वही दूसरी विजेता मुंबई की काम्या से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि उसे पर्वतारोहण के क्षेत्र में देश का नाम रोशन करने के लिए पुरस्कार मिला है. संवाद के दौरान काम्या ने बताया कि कि मैं अभी गुलमर्ग में हूं और नॉर्थ अमेरिका के डेनाली में पर्वतारोहण को लेकर ट्रेनिंग कर रही हूं. पेंटिंग बनाने वाली मणिपुर की बेटी वनीश किशम, खेती में नया करने वाले कर्नाटक के राकेश कृष्णन, महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने वाले अलीगढ़ के शादाब की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री ने सभी बच्चों को शुभकामना दी.