पहले तेजस्वी को हड़काया लेकिन जब नाम सुना तो सर-सर कहने लगे डीएम
शिक्षक अभ्यर्थियों के पक्ष में उतरे प्रतिपक्ष के नेता
पटना संवाददाता: बुधवार को शिक्षक अभ्यर्थियों के पक्ष में सड़क पर उतर गए प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव. कल गर्दनीबाग में धरना दे रहे अभ्यर्थियों की बहुत पिटाई हुई थी. आज अभ्यर्थी इको पार्क के पास जमा हुए थे. उसी दौरान प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव वहां पहुंचे. उन्होंने पटना के डीएम चल शेखर सिंह को फोन लगाया और कहा कि गर्दनीबाग में धरना की अनुमति क्यों नहीं देते हैं? अभ्यर्थी डेमोक्रेटिक तरीके से वहां धरना देना चाहते हैं. इस पर बात हुई थी व्हाट्सएप पर आवेदन भेज देते हैं आप अनुमति दे दीजिए. तेजस्वी ने पूछा कि कब तक अनुमति भेजिएगा. इस पर डीएम बिगड़ गए. उन्होंने कहा कि अभी आवेदन दिया नहीं कि हिसाब लेने लगे कि कब मंजूरी दीजिएगा. उसपर तेजस्वी यादव ने अपना परिचय देते हुए कहा कि मैं तेजस्वी बोल रहा हूं डीएम साहब. इसके बाद तो डीएम सर – सर कहने लगे. तब तेजस्वी ने कहा कि जल्दी अनुमति भेजिए नहीं तो इको पार्क में इन लोगों के साथ मुझे भी रहना होगा. उसके बाद अभ्यर्थियों के साथ तेजस्वी पैदल ही गर्दनीबाग की ओर चल पड़े.
मुख्य सचिव और डीजीपी को भी लगाया फोन: इस दौरान प्रतिपक्ष के नेता ने मुख्य सचिव और डीजीपी को भी फोन लगाया. उन्होंने कहा कि गर्दनीबाग में धरना दे रहे शिक्षक अभ्यर्थियों को मंगलवार को बुरी तरह मारा-पीटा गया है. आज भी उन्हें वहां से भगा दिया गया. यह अच्छी बात नहीं है. यदि धरना के अनुमति नहीं मिली तो वे अभ्यर्थियों के साथ रात भर इको पार्क में बैठेंगे.
कहा सरकार अपना रही तानाशाही रवैया: शिक्षक अभ्यर्थियों के समर्थन में पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से कहा कि जल्द से जल्द शिक्षकों की नियुक्ति की जाए. इनकी संख्या 94 000 के आसपास है. लेकिन सरकार लगातार तानाशाह रवैया अपना रही है, जवाब न ही मुख्यमंत्री दे रहे हैं और ना ही शिक्षा मंत्री दे पा रहे हैं. क्या यह लोकतंत्र में यह अधिकार नहीं है कि जो धरना स्थल सरकार ने तय किया है गर्दनीबाग वहां अभ्यर्थी धरना दे सके. आखिर हाईकोर्ट के निर्देश के बाद भी सरकार शिक्षकों की नियुक्ति क्यों नहीं कर रही है?