पत्रकार दीपक कुमार की कोरोना से मौत
Bhagalpur, Bharat Mata reporter
अंग प्रदेश के रहने वाले युवा पत्रकार कुमार नहीं रहे. कोरोना महामारी ने उन्हें छीन लिया. सिलीगुड़ी में दौरान उनकी मौत हो गई. वह वर्तमान में हिंदी दैनिक हिंदुस्तान के मधुबनी ब्यूरो चीफ के रूप में कार्यरत थे. इसके पहले उन्होंने खगरिया ब्यूरो चीफ रहे. कई सालों तक उन्होंने हिंदुस्तान के भागलपुर कार्यालय में भी काम किया. वे भागलपुर जिले के अकबरनगर क्षेत्र के खेरहिया गांव के रहने वाले थे. वे अपने माता-पिता के इकलौते संतान थे. उनके पिता गोपाल प्रसाद रेलवे के सेवानिवृत्त अधिकारी थे जबकि उनके दादा भोला सिंह आरपीएफ के रिटायर्ड इंस्पेक्टर. दीपक का परिवार अकबर नगर के आसपास के इलाकों में काफी प्रतिष्ठित और संपन्न माना जाता है. वे अपने पीछे पत्नी और एक संतान को छोड़ गए हैं.
उन्होंने दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई की थी. वह दूसरी नौकरी में थे लेकिन उसे छोड़कर पत्रकारिता के क्षेत्र को चुना था. वे जुझारू और साहसी पत्रकार थे. उनके निधन पर कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने शोक जताया है. लोगों ने कहा है कि ऐसे प्रतिभाशाली पत्रकार का असमय चला जाना पत्रकारिता जगत की भारी क्षति है.