देवप्रयाग से गंगासागर तक अध्ययन प्रवास पर निकले गोविंदाचार्य पहुंचे गंगा नगरी साहिबगंज, कहा जीडीपी विकास व खुशहाली का मापदंड नही
साहिबगंज: भाजपा से अध्ययन अवकाश में चल रहे थिंक टैंक कहे जाने वाले वरिष्ठ नेता, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व वरिष्ठ प्रचारक के. एन. गोविंदाचार्य एक माह के अध्ययन यात्रा के क्रम में मंगलवार को झारखंड के साहेबगंज जिला में आना हुआ। इस क्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यालय “माधव निकेतन” में मुख्य अतिथि के रूप में उनका अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर मंच पर विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ0 रामजन्म मिश्र, संघ के विभाग संघचालक विजय कुमार व जिला संघचालक डॉ0 राजकुमार उपस्थित थे। विषय प्रवेश पवन श्रीवास्तव ने रखा तथा स्वागत डॉ0 सुरेन्द्रनाथ तिवारी के द्वारा किया गया। भाजपा से अध्ययन अवकाश में चल रहे वरिष्ठ नेता के. एन. गोविंदाचार्य एक माह के अध्ययन यात्रा के क्रम में साहेबगंज आये हुए हैं। उन्होंने दिनांक 01 सितम्बर 2020 को देवप्रयाग से यात्रा आरम्भ किया जो 02 अक्टूबर को गंगा सागर में समापन होगा। इस बीच वे गंगा नदी के तट पर सभी राज्यों व जिलों में जनजीवन, समाज जीवन, राष्ट्रजीवन, संस्कृति पर वैश्वीकरण के प्रभावों का अध्ययन करेंगे। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि जीडीपी विकास औऱ खुशहाली का मापदंड नही है, यह बाजारवाद का मापदंड है। वैश्वीकरण व बाजारवाद से अपराध, बेराजगारी, प्रदूषण-गन्दगी व नारी के प्रति उपभोक्तावादी प्रवृति में वृद्धि हुआ है। देश के छह लाख गांव में से अस्सी हजार शहरों में समा चुके हैं। उन्होंने कहा कि मैं पांच राज्यों उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड व बंगाल के भ्रमण पर हूं। मैंने इन पांच राज्यों का चयन इसलिए किया कि उत्तराखंड एवं झारखंड को स्वतंत्र राज्य बनने के बाद क्या लाभ हुआ एवं क्या लाभ हो सकता था या देखना बहुत जरूरी है। बंगाल एवं बिहार में बड़े राजनीतिक परिवर्तन हुए इन परिवर्तनों से वहां के लोगों की जिंदगी पर क्या प्रभाव पड़ा या देखना भी बहुत जरूरी है, एवं उत्तर प्रदेश जैसे विशाल एवं घनी आबादी वाला राज्य इन 20 सालों में जिन दौरों से गुजरा उसके आधार पर यह देश की कितनी बड़ी ताकत बन सका भारत की राजनीति को प्रभावित करने वाले कई महत्वपूर्ण अभियान भी बिहार और उत्तर प्रदेश की धरती से उदभूत हुए जैसे बिहार से ही आपातकाल के खिलाफ जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में देश की जनता एवं सभी राजनीतिक दल एक हुए। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में राम जन्मभूमि आंदोलन के रणनीतिकार अशोक सिंघल जी के नेतृत्व में राम मंदिर निर्माण का अभियान पूरे देश और दुनिया को प्रभावित करता रहा एवं उत्तर प्रदेश में भी कई राजनीतिक परिवर्तन का कारण बना। उस प्रदेश के जन सामान्य की जिंदगी में क्या हाल है या अभी देखना जरूरी है। आत्मनिर्भर भारत, राम राज्य की अवधारणा पर खड़ा हो इसमें सरकार और गैर सरकारी संस्थानों का क्या रोल हो सकता है या देखना चाहिए। वहीं उन्होंने अपने वक्तव्य के अंतिम में कोरोना महामारी के बारे में बताते हुए कहा कि भारत ही नहीं अपितु पूरी दुनिया इस महामारी से ग्रसित है निश्चित ही हम सभी को सरकार के द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए। क्योंकि जब तक वैक्सीन नहीं आती है तब तक शारीरिक दूरी मास्क का अधिक से अधिक प्रयोग करना आवश्यक है। वही वक्तव्य के उपरांत भाजपा के वरिष्ठ नेता बजरंगी प्रसाद यादव ने अंग वस्त्र व श्रीफल भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। उनके सहयात्रियों में जीवकांत झा, संजय शर्मा, मुकेश त्यागी,अरविंद त्यागी सहित सभी लोगों को गंगाजल पत्र देकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ नेतागण गणेश तिवारी, कमल भगत, भाजपा युवा मोर्चा के सुनील सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग व्यवस्था प्रमुख नितेश कुमार, जिला कार्यवाह सुनील कुमार, जिला प्रचारक बिगेन्द्र कुमार, जिला व्यवस्था प्रमुख रंजीत कुमत वर्मा, गणमान्य नागरिकों में डॉ विजय कुमार, डॉ0 देवब्रत, जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष प्रेमनाथ तिवारी, प्रो0 कमल महावर सहित अनेक लोग उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन भगवती रंजन पांडेय ने किया।