देवघर मंदिर खोलने का फैसला कोरोना की स्थिति देखने के बाद ही- बोले हेमंत सोरेन
रांची, भारत वार्ता संवाददाता: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि कोरोना वायरस की सारी स्थितियों को देखने के बाद ही देवघर मंदिर खोलने के संबंध में फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा बैद्यनाथ के आशीर्वाद से कोरोनावायरस को नियंत्रित करने में हम लगातार कामयाब हो रहे हैं। लेकिन अभी खतरा टला नहीं है।ऐसे में आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर को खोलने को लेकर सरकार कोरोना से संबंधित सभी बातों का आकलन करने के बाद ही निर्णय लेगी। गुरुवार को मुख्यमंत्री से मिलने पंडा धर्मरक्षिणी सभा, देवघर के प्रतिनिधि पहुंचे थे। उन्होंने मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए खोलने का आग्रह किया था। पंडा समाज के प्रतिनिधियों का कहना था कि महामारी के सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए सीमित संख्या में लोगों को मंदिर में पूजा अर्चना और जल अर्पण करने की अनुमति दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री से मिलने के दौरान प्रधान सचिव विनय चौबे के अलावे पंडा धर्म धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष डॉ सुरेश भारद्वाज, महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर, उपाध्यक्ष संजय मिश्र और मनोज मिश्रा, मंत्री अरुणानंद झा और कोषाध्यक्ष देवेंद्र खवाड़े मौजूद रहे।
मंदिर खोलने के लिए दबाव
दूसरी ओर लोगों के दर्शन के लिए बाबा मंदिर खोलने को सरकार से लगातार मांग हो रही है। गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए मंदिर खोलने की मांग मुख्यमंत्री से की है। वही पिछले दिनों दुकानदारों ने मंदिर के सामने हाथ में कटोरा लेकर प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि मंदिर बंद होने के कारण उनके दुकान भी महीनों से बंद हैं। इसके चलते उनके समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। उन्होंने मंदिर खोलने और विशेष आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग सरकार से की।