गांधीवादियों का आरोप-गांधी की विरासत के साथ सरकार का व्यवहार निंदनीय
-सर्व सेवा संघ परिसर वाराणसी में पुलिस बल के प्रयोग का विरोध एवम हिंसाग्रस्त मणिपुर में शांति की अपील
Bharat varta desk:
गांधी विचारक एवम समाजसेवी डॉ सुजाता चौधरी ने कहा है कि हम गांधी, विनोबा और जयप्रकाश नारायण की साझा विरासत सर्व सेवा संघ के मुख्यालय पर सरकार द्वारा की जा रही विध्वंसात्मक कार्यवाही और मणिपुर हिंसा रोकने में बरती जा रही सरकार की शिथिलता से बहुत आहत हैं। गांधी के देश में गांधी की विरासत के साथ सरकार का निंदनीय व्यवहार देखना उन सब नागरिकों के लिए असहनीय है जो गांधी विचार के अनुयाई हैं।
सुजाता चौधरी स्वस्थ शिक्षित और समृद्ध गांव अभियान, राष्ट्रीय जैविक परिवार एवं विनोबा विचार प्रवाह और समानधर्मा सभी सहयोगी संस्थाओं के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित वेबिनार को संबोधित कर रही थी।
सत्याग्रहियों पर बल प्रयोग गलत: सुजाता
विचार मंथन के दौरान सर्व सेवा संघ के मुख्यालय वाराणसी में सत्याग्रहियों के खिलाफ केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार के भारी पुलिस बल प्रयोग और मणिपुर में दो माह से अधिक समय से जारी वीभत्स हिंसा पर गंभीर चर्चा हुई।
चर्चा को आगे बढ़ाते हुए वेबिनार के संयोजक डॉ आर के पालीवाल ने कहा कि वर्तमान में केंद्र ,उत्तर प्रदेश और मणिपुर में एक ही दल की सरकारें हैं इसलिए इन दोनों अत्यंत गम्भीर समस्याओं की जिम्मेदारी केंद्र और इन राज्यों में शासन करने वाले दल पर भी है। बनारस प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र है इस लिहाज से उन पर भी सर्व सेवा संघ के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को रोकने की जिम्मेदारी है।
अफसरों ने नहीं सुनी गांधीवादियों की अपील
विनोबा विचार मंच के संयोजक रमेश भईया ने कहा कि उन्होंने अपने सीमित संपर्क के माध्यम से शासन के अधिकारियों से इस संबंध में अपील की थी लेकिन उसके बावजूद भी सर्व सेवा संघ में बल प्रयोग के समाचार मिलने से हम सब मर्माहत हैं।
गांधी सुमिरन मंच के संयोजक डॉ सुरेश गर्ग ने कहा कि गांधी की हत्या के बाद से समाज का एक वर्ग निरंतर गांधी विचार और उससे जुड़ी संस्थाओं को परेशान करता रहा है। इन दिनों गांधी के प्रति नफरत फ़ैलाने का काम बहुत तेजी से हो रहा है। सर्व सेवा संघ गांधी विचार का प्रमुख केंद्र है उस पर हमला इसी कुत्सित विचार की कड़ी है।
गांधी के धरोहरों के प्रति दुर्भावना
सर्वोदय कार्यकर्ता उषा बहन ने कहा कि हमे अपने अपने स्तर से सरकार और अधिक से अधिक जनता को इस घटना से अवगत कराना चाहिए। गांधी विचार विशेषज्ञ प्रो प्रतिभा राजगोपाल ने कहा कि महात्मा गांधी जैसी विश्व प्रसिद्ध शख्सियत के साथ सरकार का दुर्भावनापूर्ण रवैया बेहद दुखद है। हम सबको इसका तीव्र प्रतिरोध करना चाहिए। वेबिनार में शामिल वरिष्ठ गांधीजन सुज्ञान मोदी, समाजसेवी शिशिर कुमार, अजय कल्याणी और अमित परमार आदि सभी साथियों ने वरिष्ठ जनों के विचारों से पूर्ण सहमति व्यक्त करते हुए आम जनता के लिए एक अपील जारी करने का प्रस्ताव सर्व सम्मति से स्वीकृत किया जिसे सभी साथी सोसल मीडिया के मध्यम से अपने संपर्क के सभी परिचितों और मीडिया को भेजेंगे ताकि इस अभियान से अधिकाधिक नागारिक जुड़ सकें।
सुजाता चौधरी के अनुसार अपील का मसौदा निम्न है…
“हम गांधी एवम सर्वोदय विचार में आस्था रखने वाले भारत के शांतिप्रिय नागरिक केंद्र एवम उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गांधी और सर्वोदय विचार के प्रचार प्रसार की सर्वोच्च संस्था सर्व सेवा संघ वाराणसी के परिसर में भारी पुलिस बल प्रयोग से परिसर को खाली कराने की कार्यवाही से अत्यंत आहत हैं। हम देश के सभी शांति पसंद नागरिकों से विनम्र अपील करते हैं कि वे इस कार्यवाही की कड़ी निंदा करें और सरकार से अनुरोध करें कि वह गांधी विरासत को अक्षुण्ण रखने के लिए हर संभव प्रयास करे।
हम मणिपुर की जातीय हिंसा और उसमें निरीह महिलाओं से जघन्य कुकर्त्यों से भी अत्यंत मर्माहत हैं जिसने हमारे पूरे देश को शर्मसार किया है। हम सभी मणिपुर वासियों से शांति और सौहार्द की अपील करते हैं और केंद्र एवम राज्य सरकार से हर तरह की हिंसा और निरीह महिलाओं पर हो रहे जघन्य अपराध रोकने के लिए समुचित कार्यवाही की अपील करते हैं।
सामूहिक अपील कर्ता
स्वस्थ शिक्षित और समृद्ध गांव अभियान
राष्ट्रीय जैविक परिवार
विनोबा विचार प्रवाह
ग्राम सेवा समिति
गांधी सुमिरन मंच
श्री रासबिहारी मिशन
नमन सेवा समिति
कल्याणी नशा मुक्ति केंद्र
एवम
गांधी विचार में आस्था रखने वाली सहयोगी संस्थाएं,
और
भारत की के सभी नागारिक