लोहा सिंह नाटक की शानदार प्रस्तुति
नाट्य मंचन समारोह का उद्घाटन प्रसिद्ध लोकगायिका नीतू कुमारी नवगीत ने किया
पटना: रामेश्वर सिंह कश्यप लिखित नाटक लोहा सिंह का प्रसारण आकाशवाणी से होता था तो दूर-दराज के लोग रेडियो सेट को कानों से लगाकर नाटक का आनंद लेते थे। हास्य और व्यंग्य के संवादों से लबरेज इस नाटक के इश्क में लाखों लोग पड़े। रंगकर्मी भी इस नाटक का मंचन कर आनंदित होते रहे। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कला कुंज पटना रंगमंडल में एक बार पुनः इस नाटक का मंचन कालिदास रंगालय में किया। ओम कपूर के निर्देशन में की गई इस रंगमंचीय प्रस्तुति के दौरान श्रोता लोहा सिंह के चुटीले संवादों से कभी गुदगुदाए, तो कभी खिलखिलाए और कभी संवादों की ऐसी मार उनके मन पर पड़ी कि वह सोचने को विवश हुए कि व्यवस्था इतनी खराब कैसे हुई।
कालिदास रंगालय में नाट्य मंचन समारोह का उद्घाटन प्रसिद्ध लोकगायिका नीतू कुमारी नवगीत ने किया। उन्होंने कहा कि कला कुंज की सक्रियता सराहनीय है।
देश की स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद लोगों ने विकास का जैसा सपना देखा वह पूरा नहीं हो पाया। बढ़ती आबादी ने विकास के पहिए को जाम कर दिया। बढ़ती जनसंख्या के कारण कई और समस्याएं जी देश के सामने आईं। नाटक में इसी पहलू को हास्य और व्यंग्य की चटनी में लपेटकर पेश किया गया। विवेक ओझा ने लोहा सिंह और निर्देशक ओम कपूर ने बुलाकी की भूमिका में शानदार अभिनय किया। रंगोली पांडे ने खदेरन की मदर और रजनी कुमारी ने भगजोगनी की भूमिका में अपने आप को सशक्त रूप से पेश किया। उपेंद्र कुमार सिंह, अक्षय कुमार और संजीव सिंह ने भी शानदार अभिनय किया। सुभाष चंद्र, संजय किशोर और कुणाल सिकंद ने नेपथ्य में रहकर शानदार योगदान दिया। कुल मिलाकर लोहा सिंह नाटक की शानदार प्रस्तुति हुई।