पवन सिंह ने आसनसोल का मैदान क्यों छोड़ा?
Bharat varta desk:
भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह पश्चिम बंगाल के आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ेंगे. बीजेपी ने कल रात लोकसभा चुनाव के लिये कल उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी जिसमें आसनसोल से पवन सिंह को टिकट दिया गया था. अब पवन सिंह ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. सोशल मीडिया पोस्ट में टिकट के लिये उन्होंने बीजेपी आलाकमान का आभार जताया और साथ चुनाव लड़ने में असमर्थता भी जताई है. पवन सिंह के चुनाव लड़ने से इनकार करने पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात की पवन सिंह आरा लोकसभा क्षेत्र से टिकट चाहते थे जहां भोजपुरी भाषाओं की संख्या सर्वाधिक है. इस इलाके में उनकी पहचान भी है लेकिन पश्चिम बंगाल में पवन सिंह को चुनाव हार जाने का डर सताने लगा था.
तो इस वजह से किया इनकार!
दरअसल पवन सिंह के आसनसोल से प्रत्याशी की घोषणा के बाद से ही तृणमूल कांग्रेस ने पवन सिंह पर हमला बोल दिया था. सोशल मीडिया पर ज़बर्दस्त तरीक़े से पवन सिंह के ख़िलाफ़ आक्रोश खड़ा करने की कोशिश की गई. ख़ास तौर पर पवन सिंह की बंगाल की बेटी को लेकर गाए गए गानों के साथ बंगाल की अस्मिता और संस्कृति को ख़तरा बताते हुए उनके ख़िलाफ़ लगातार कैंपेन चला. टीएमसी नेता साकेत गोखले ने लिखा कि पवन सिंह महिलाओं को लेकर अश्लील वीडियो बनाते हैं लेकिन हैरानी की बात ये है कि बीजेपी नेता अमित मालवीय इस अश्लील वीडियो की तारीफ करते हैं.
उनके गानों और फिल्मों में जिस तरह से बंगाली महिलाओं को दिखाया गया है, इसे लेकर काफी बवाल हुआ. सोशल मीडिया पर भी उनके पूरे वीडियो शेयर किए जाने लगे. बंगाल में भी बड़ी संख्या में न केवल टीएमसी बल्कि बीजेपी नेताओं ने भी उनकी आलोचना की थी. बीजेपी नेता और पूर्व गवर्नर तथागत राय ने भी पवन सिंह को आसनसोल से खड़ा करने के लिए BJP की आलोचना की. ऐसे में पवन सिंह पर लगातार सवाल भी खड़े हो रहे थे.
सारी परिस्थितियों को देखते हुए आसनसोल से चुनाव लड़ने का मतलब है करारी शिकस्त. ऐसे में उन्होंने लड़ने के पहले ही मैदान छोड़ दिया.