देश-विदेश के 16-सदस्यीय पर्यटकों का दल भागलपुर से अंग-दर्शन हेतु रवाना
- शिव शंकर सिंह पारिजात
भागलपुर: स्थानीय रोजगार, व्यवसाय व उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘लोकल के लिए वोकल’ के आह्वान को चरितार्थ करते हुए कोलकाता की टूर एजेंसी हिमालय टूरिज्म तथा उसकी भागलपुर शाखा के संयुक्त तत्वावधान में प्राचीन काल में अंगभूमि के नाम से प्रख्यात रहे भागलपुर प्रक्षेत्र के पर्यटन स्थलों के परिदर्शन हेतु शुरू किये गये ‘अंग दर्शन’ कार्यक्रम अपनी सफलता के कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। विगत दो महीनों के अंदर आधा दर्जन से अधिक टूर कार्यक्रमों में अबतक करीब 200 पर्यटकों ने अंगभूमि के विभिन्न महत्वपूर्ण ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व पर्यटन स्थलों के परिभ्रमण किये हैं।
आज सुबह इस कड़ी में यहां नगर के ऐतिहासिक घंटाघर चौक से चार्टेड टूर के तहत देश-विदेश के 16 पर्यटकों का दल अंग-दर्शन हेतु रवाना हुआ जिनमें कोलकाता व पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों सहित विदेशों के भी बंगाली परिवार के सदस्य शामिल हैं। इन पर्यटकों को भागलपुर की ऐतिहासिक शाहकुंड पहाड़ी के साथ बांका-मुंगेर-जमुई जिलों में स्थित भीमबांध, खड़कपुर झील सहित मुंगेर शहर के आसपास के दर्शनीय स्थलों के भ्रमण कराये जायेंगे। इस एक-दिवसीय यात्रा में गाईड के साथ अल्पाहार-भोजन की भी सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी।
अंग-दर्शन कार्यक्रम के भागलपुर संयोजक तथा भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रो. डॉ. देवज्योति मुखर्जी ने आज पर्यटक दल को रवाना करते हुए बताया कि भागलपुर में प्रारंभ किये गये इस पर्यटन सेवा की मुख्य विशेषता यह है कि बंगाल के पर्यटक इसकी ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं क्योंकि भागलपुर अंग और बंग संस्कृति का संगम-स्थल रहा है। एक ओर विक्रमशिला बौद्ध महाविहार, बटेश्वर स्थान, सुलतानगंज अजगैबीनाथ, मंदार पर्वत, जैन तीर्थंकर बासुपूज्य की जन्मस्थली, बिहुला विषहरी की गाथा, प्राचीन चम्पानगरी व कर्णगढ़ आदि के कारण यह भूमि महत्वपूर्ण है, वहीं बांग्ला के शरतचंद्र, बनफूल, विभूति भूषण बांधोपाध्याय सरीखे शीर्ष साहित्यकारों की कर्मभूमि, देश की पहली महिला डॉक्टर कादम्बिनी गांगुली की जन्मभूमि, सिनेस्टार अशोक कुमार व किशोर कुमार के ननिहाल होने के कारण यहाँ की बंग अर्थात बांग्ला संस्कृति भी विशिष्ट है। यही कारण है कि आज तो बंगाली पर्यटकों का दल भ्रमण पर निकला ही है, वहीं एक सप्ताह पूर्व भी 20 सदस्यों वाला बंगाली टूरिस्ट दल तीन-दिवसीय यात्रा पर आया था।
संयोजक डॉ. मुखर्जी ने बताया कि हमारा उद्देश्य भागलपुर, मुंगेर, बांका, जमुई जिलों के पर्यटन स्थलों के साथ बिहार के अन्य प्रमुख स्थलों से स्थानीय एवं अन्य राज्यों के पर्यटकों को अवगत कराना है। इस क्रम में हम आगामी 28-29 नवम्बर को गया – बोधगया – राजगीर – नालंदा के दो दिवसीय भ्रमण पर जा रहे हैं जिसकी बुकिंग चालू है।